देहरादून – उत्तराखंड में आज त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण की शुरुआत हो गई है। मतदान की प्रक्रिया सुबह 8 बजे से पूरे राज्य के 12 जनपदों के 49 विकासखंडों में शुरू हुई, जो शाम 5 बजे तक जारी रहेगी। केवल हरिद्वार जनपद को इस चरण से बाहर रखा गया है। इस चरण में लगभग 26 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर 17,829 प्रत्याशियों का भविष्य तय करेंगे।
चारों पदों पर हो रहा मतदान
- ग्राम पंचायत सदस्य: 948 पदों के लिए 2,247 प्रत्याशी
- ग्राम प्रधान: 3,393 पदों के लिए 9,731 प्रत्याशी
- क्षेत्र पंचायत सदस्य: 1,507 पदों के लिए 4,980 प्रत्याशी
- जिला पंचायत सदस्य: 201 पदों के लिए 871 प्रत्याशी
प्रशासन की चाक-चौबंद तैयारियां

राज्य निर्वाचन आयोग ने शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव के लिए 95,909 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी पर तैनात किया है। मानसून को देखते हुए आपदा प्रबंधन की टीमें हाई अलर्ट पर हैं। आयोग ने यह भी निर्देश दिए हैं कि मतदान वाले क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। आचार संहिता 21 जून से लागू हो चुकी थी, और पहले चरण का प्रचार 23 जुलाई को शाम 5 बजे थम गया। इसके बाद प्रत्याशियों ने डोर-टू-डोर संपर्क और व्यक्तिगत जनसंपर्क के जरिए वोटरों को लुभाने की अंतिम कोशिशें कीं।
पंचायत चुनाव की प्रक्रिया को लेकर हाईकोर्ट में लंबित आरक्षण से संबंधित याचिकाओं में राहत मिलने के बाद आयोग ने संशोधित चुनाव कार्यक्रम जारी किया। नामांकन की प्रक्रिया 2 जुलाई से शुरू हुई थी। इसके बाद 7 से 9 जुलाई के बीच नामांकन पत्रों की जांच हुई और 10–11 जुलाई को नाम वापसी का मौका दिया गया। 14 जुलाई को चुनाव चिह्न आवंटित किए गए।
मुख्यमंत्री की अपील
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के अंतर्गत कल होने वाले मतदान के लिए प्रदेशवासियों से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतें ग्रामीण विकास की आधारशिला हैं और इन चुनावों में प्रत्येक मतदाता की सहभागिता अत्यंत महत्वपूर्ण है। लोकतंत्र की मजबूती, मतदाता की जागरूकता और सहभागिता पर निर्भर करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास योजनाओं का संचालन होता है। मुख्यमंत्री ने समस्त मतदाताओं विशेष रूप से युवाओं, महिलाओं एवं वरिष्ठ नागरिकों से अपील की है कि वे अधिकाधिक संख्या में मतदान केंद्रों तक पहुँचकर लोकतंत्र को सशक्त बनाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मतदाता का एक-एक वोट राज्य के भविष्य को गढ़ने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है।
आगे का कार्यक्रम
दूसरा चरण का मतदान: 28 जुलाई 2025 को
मतगणना और परिणाम: 31 जुलाई 2025 से
पहले चरण में प्रदेशभर में जबरदस्त उत्साह दिख रहा है। चुनाव आयोग, प्रशासन और स्थानीय अधिकारी हर स्थिति से निपटने के लिए सजग हैं। मतदाताओं की सहभागिता से यह तय होगा कि गांवों का नेतृत्व किस दिशा में जाएगा। सभी की निगाहें अब दूसरे चरण और 31 जुलाई को घोषित होने वाले परिणामों पर टिकी हैं।

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