मुंबई | अभिनेता जॉन अब्राहम इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म तेहरान के प्रमोशन में व्यस्त हैं। इसी दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू में छावा और द कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्मों की पॉपुलैरिटी, सेंसरशिप और राष्ट्रवादी फिल्मों के बढ़ते ट्रेंड पर अपनी राय रखी।
एक मीडिया हाउस से बातचीत मे जॉन ने कहा, “हमें सेंसरशिप की जरूरत है, लेकिन जिस तरह से इसे कंट्रोल किया जा रहा है, उस पर सवाल है। सेंसर बोर्ड ने हमारे साथ अच्छा व्यवहार किया है, लेकिन मैं भी अपनी फिल्मों की जिम्मेदारी लेता हूं। मैं न राइट विंग का हूं, न लेफ्ट विंग का। मैं अराजनीतिक हूं।”
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें चिंता इस बात की है कि दक्षिणपंथी (Right-Wing) फिल्मों को बहुत अधिक दर्शक मिलते हैं, जिससे एक फिल्मकार के सामने यह सवाल खड़ा होता है कि वह कमर्शियल सफलता चुने या अपने सिद्धांतों पर कायम रहे। “मैंने हमेशा दूसरा रास्ता चुना है,” उन्होंने कहा।
छावा और द कश्मीर फाइल्स पर राय
जब उनसे पूछा गया कि क्या वे छावा या द कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्में बनाने पर विचार करेंगे, तो जॉन ने साफ कहा, “मैंने ये दोनों फिल्में नहीं देखी हैं, लेकिन जानता हूं कि लोगों को ये पसंद आई हैं। मगर जब फिल्में अति-राजनीतिक माहौल में लोगों को प्रभावित करने के इरादे से बनाई जाती हैं और उन्हें दर्शक मिल जाते हैं, तो यह मेरे लिए डरावना होता है। नहीं, मुझे कभी भी ऐसी फिल्में बनाने का लालच नहीं हुआ और मैं कभी ऐसी फिल्में नहीं बनाऊंगा।”
तेहरान की कहानी और रिलीज
जॉन अब्राहम की तेहरान 14 अगस्त को ओटीटी प्लेटफॉर्म ZEE5 पर रिलीज होगी। यह फिल्म 2012 में इजराइली राजनयिकों पर हुए हमले की सच्ची घटनाओं पर आधारित है। इसमें जॉन एसीपी राजीव कुमार की भूमिका निभा रहे हैं।

समाचार की दुनिया में हमें 15 साल से ज्यादा प्रिंट मीडिया काम करने का अनुभव है, जो आगे भी निरंतर जारी है। हमारा प्रयास रहेगा कि आपको देवभूमि की संस्कृति, परंपराओं और पर्यटन के साथ साथ सरकार की नीतियों, देश-दुनिया व क्राईम घटनाओं के बारे में सही जानकारी दें और आपको खबरों के माध्यम से अपडेट रखें। आप जन उत्तराखंड पोर्टल में कमेंट कर अपने सुझाव एवं न्यूज की जानकारी भी दें सकते है।