राशन कार्ड धारकों के लिए जरूरी खबर: अब बायोमैट्रिक पद्धति से होगा सत्यापन, जानें पूरी प्रक्रिया

देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने राशन कार्ड सत्यापन को पारदर्शी और सटीक बनाने के लिए एक अहम कदम उठाया है। आयुक्त, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग, उत्तराखंड देहरादून के निर्देश पर अब सभी राशन कार्ड धारकों का सत्यापन बायोमैट्रिक प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा। यह कार्य जिले की सभी सरकारी सस्ता गल्ला दुकानों पर संचालित होगा। जिला पूर्ति अधिकारी देहरादून, श्री के.के. अग्रवाल ने बताया कि सभी पूर्ति अधिकारियों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। ई-केवाईसी (e-KYC) की यह प्रक्रिया पूरी तरह से अनिवार्य है और इसके बिना राशन कार्ड मान्य नहीं होगा।

ऐसे होगी पूरी प्रक्रिया

राशन कार्ड में शामिल हर सदस्य को अपने आधार कार्ड के साथ अपने नजदीकी सस्ता गल्ला विक्रेता के पास जाना होगा। वहां, दुकानदार द्वारा स्थापित नवीन बायोमैट्रिक मशीन में कार्ड धारक का राशन कार्ड नंबर या आधार नंबर डाला जाएगा। इसके बाद, परिवार के सभी सदस्यों के नाम स्क्रीन पर दिखेंगे। ई-केवाईसी के लिए उपस्थित सदस्य का नाम चुनकर, उस व्यक्ति से मशीन पर अपना बायोमैट्रिक इंप्रेशन (अंगूठे का निशान) लिया जाएगा। जैसे ही बायोमैट्रिक सत्यापन पूरा होगा, ई-केवाईसी की प्रक्रिया भी पूर्ण हो जाएगी।

पूरी प्रक्रिया में सिर्फ 1–2 मिनट का समय लगता है और अच्छी बात यह है कि यह एक बार ही करना होगा। एक बार ई-केवाईसी हो जाने के बाद दोबारा इसकी आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

पूरी तरह निशुल्क

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस सत्यापन के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह सेवा पूरी तरह से निशुल्क है और किसी भी दुकानदार या कर्मचारी को पैसा देना गैरकानूनी है।

क्यों जरूरी है ई-केवाईसी?

ई-केवाईसी से न केवल खाद्यान्न की बचत होगी बल्कि अपात्र यूनिटों को हटाकर, सरकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक पात्र लोगों तक पहुंच सकेगा। इससे पारदर्शिता में वृद्धि होगी और व्यवस्था मजबूत बनेगी।

किसी परेशानी में कहां करें संपर्क?

यदि इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की समस्या आती है, तो राशन कार्ड धारक अपने क्षेत्र के पूर्ति अधिकारी या जिला पूर्ति कार्यालय देहरादून से संपर्क कर सकते हैं।

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