चमोली, रुद्रप्रयाग में भारी बारिश और भूस्खलन से 10-12 लोगों के दबने की सूचना

  • पति-पत्नी मलबे में दबे, दो लोग घायल
  • हादसे में 20 से अधिक मवेशी भी मारे गए
  • हाईवे बंद, जनजीवन पूरी तरह ठप
  • 10 से 12 लोगों के मलबे में दबने की आशंका, वन विभाग के कर्मचारी की मौत

देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। जगह-जगह भूस्खलन होने से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।

देवाल विकासखंड के दूरस्थ गाँव मोपाटा में भूस्खलन की चपेट में आने से पति-पत्नी मलबे में दब गए। इस हादसे में दो अन्य लोग घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, देवाल पहुँचाया गया है। वहीं, हादसे में 20 से अधिक मवेशी भी मारे गए हैं।

लगातार बारिश और भूस्खलन से जिले में कई प्रमुख हाईवे बंद हो गए हैं। नंदप्रयाग, गुलाबकोटी, भनोरीपानी और पागलनाला समेत कई स्थानों पर यातायात पूरी तरह ठप है। सीमा सड़क संगठन (BRO) रास्ते खोलने की कोशिश कर रहा है, लेकिन लगातार हो रहे भूस्खलन से दिक्कतें बढ़ रही हैं।

उधर,  रुद्रप्रयाग जिले के पूर्वी बांगार क्षेत्र में स्थित छेनागाड़ बाजार भारी भूस्खलन की चपेट में आकर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। इस हादसे में 10 से 12 लोगों के मलबे में दबने की आशंका जताई जा रही है। जबकि एक वन विभाग के कर्मचारी की मौत की पुष्टि हुई है।

बारिश से प्रभावित इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। पेयजल संकट गहराने से ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से रेस्क्यू टीम भेजी गई है और हालात से निपटने के लिए राहत कार्य जारी हैं।

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