संत निरंकारी मिशन ने रचा रक्तदान का इतिहास, 30,000 यूनिट रक्त संग्रहित

देहरादून। संत निरंकारी मिशन ने एक बार फिर अपने अमूल्य सेवा भाव और मानवता के प्रति अपार समर्पण को जीवंत करते हुए पूरे भारत में विशाल रक्तदान शिविरों की श्रृंखला का आयोजन किया। इस महाअभियान में देशभर की 500 से अधिक शाखाओं पर एक साथ रक्तदान शिविर आयोजित किए गए, जिसमें 30,000 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। यह आँकड़ा केवल एक संख्या नहीं, बल्कि हजारों ज़िंदगियों को नया जीवन देने का प्रतीक है।

निःस्वार्थ सेवा की परंपरा

संत निरंकारी मिशन की यह परंपरा वर्षों से समाज में प्रेम, शांति और समरसता का संदेश फैलाती आ रही है। यह प्रेरक श्रृंखला केवल रक्तदान तक सीमित नहीं रहती, बल्कि सत्संग कार्यक्रमों के माध्यम से आध्यात्मिक चेतना और सकारात्मक विचारों का भी संचार करती है।

सेवा के इस विराट स्वरूप में मिशन का संदेश स्पष्ट है — सेवा केवल एक कार्य नहीं, बल्कि निष्काम समर्पण और आत्मिक प्रेम का जीवंत स्वरूप है।

युगदृष्टा संतों का मार्गदर्शन

युगदृष्टा बाबा गुरबचन सिंह जी महाराज ने सत्य बोध के माध्यम से समाज को अंधविश्वासों और कुरीतियों से मुक्त कर नशा मुक्ति, सादा विवाह, और युवाओं को सकारात्मक सोच की ओर प्रेरित करने जैसे कई जन-कल्याणकारी अभियानों की नींव रखी। उनके पावन मार्गदर्शन को आगे बढ़ाते हुए बाबा हरदेव सिंह जी महाराज ने “रक्त नाड़ियों में बहे, नालियों में नहीं” का संदेश देकर रक्तदान को मिशन की आध्यात्मिक सेवा का अनिवार्य अंग बना दिया। यह विचार आज भी प्रत्येक निरंकारी भक्त के हृदय में प्रेरक शक्ति के रूप में विद्यमान है।

भक्तों की सहभागिता और समाज का समर्थन

इस महाशिविर में शहर के मेयर श्री सौरभ थपलियाल और अनेक गणमान्य समाजसेवियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया। सभी ने मिशन के इस प्रयास की मुक्तकंठ से प्रशंसा की और इसे मानवता की सच्ची सेवा बताया।

संत निरंकारी हेल्थसिटी की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. गीतिका दुग्गल ने बताया कि रक्तदान के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने के लिए इस अभियान को लगातार नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि एकत्रित रक्त यूनिट्स कई अस्पतालों और ज़रूरतमंद मरीजों के लिए जीवनदायी सिद्ध होंगे।

रक्तदान के माध्यम से समाज को जोड़ने का मिशन

संत निरंकारी मिशन का मानना है कि रक्तदान न केवल एक चिकित्सकीय आवश्यकता है, बल्कि यह समाज में भाईचारे, करुणा और एकता का मजबूत संदेश भी देता है। मिशन के स्वयंसेवक, सेवादल और भक्तजन पूरे उत्साह, श्रद्धा और विनम्रता के साथ इस पुनीत कार्य में सहभागी बने।

भविष्य की प्रेरणा

संत निरंकारी मिशन की यह सेवा यात्रा अनवरत जारी है और प्रत्येक वर्ष लाखों लोगों के जीवन को छूकर उन्हें आशा और स्वास्थ्य का संबल देती है। इस अभियान ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि जब सेवा में प्रेम और समर्पण का संगम होता है, तब समाज में चमत्कारिक बदलाव संभव है।

संत निरंकारी मिशन का यह कार्य आने वाली पीढ़ियों को न केवल रक्तदान के लिए प्रेरित करेगा, बल्कि उन्हें मानवता की सेवा की सच्ची भावना का भी बोध कराएगा।

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