नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत देते हुए बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस न रखने पर लगने वाला जुर्माना पूरी तरह से खत्म कर दिया है। यह फैसला 1 जुलाई 2025 से लागू हो गया है। बैंक के इस कदम से खासतौर पर महिलाओं, किसानों और कम आय वर्ग के ग्राहकों को फायदा होगा। गौरतलब है केवल पीएनबी ने पिछले साल फाइन के रूप ₹633.4 करोड़ (रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक) मासूम ग्राहकों से लूटा था।
PNB ने कहा है कि इस फैसले से वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा और ज्यादा से ज्यादा लोग औपचारिक बैंकिंग व्यवस्था से जुड़ पाएंगे। अब PNB में खाता धारकों को न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की कोई बाध्यता नहीं होगी और न ही कोई पेनल्टी लगेगी।
इसी तरह, केनरा बैंक ने भी जून 2025 से अपने ग्राहकों के लिए न्यूनतम बैलेंस की अनिवार्यता और उस पर लगने वाला फाइन समाप्त कर दिया है।
अन्य बैंक अभी भी वसूलते हैं फाइन
गौरतलब है कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI), एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक जैसे कई बड़े बैंक अभी भी न्यूनतम बैलेंस न रखने पर पेनल्टी वसूलते हैं। हालांकि, PNB और केनरा बैंक के इस फैसले से उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही अन्य बैंक भी इसी तरह का कदम उठा सकते हैं।
ग्राहकों को मिलेगा सीधा फायदा
अब PNB और केनरा बैंक के ग्राहक, चाहे खाते में शून्य बैलेंस हो या बहुत कम पैसा, किसी भी तरह का जुर्माना नहीं भरना पड़ेगा। इससे लोगों को खाता संचालन में और अधिक सुविधा मिलेगी और छोटे ग्राहकों का भरोसा बढ़ेगा
पिछले वित्त वर्ष 2023‑24 में सार्वजनिक क्षेत्र के 11 बैंकों ने न्यूनतम बैलेंस न रखने पर कुल ₹2,331 करोड़ (INR 23.31 अरब) पेनल्टी के रूप में वसूली की—यह पिछले वर्ष ₹1,855 करोड़ से करीब 25.6% अधिक रही।
किसने कितना वसूला
- PNB – ₹633.4 करोड़ (रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक)
- BoB – ₹386.5 करोड़
- • Indian Bank – ₹369.2 करोड़
- Canara Bank – ₹284.2 करोड
बैंक का नाम FY 2023–24 में वसूली (₹ करोड़)
Punjab National Bank (PNB) 633.4
Bank of Baroda (BoB) 386.5
Indian Bank 369.2
Canara Bank 284.2
Indian Overseas Bank 4.6
बाकी अन्य PSU बैंक* कुल मिलाकर —
कुल (11 PSU बैंक) 2,331

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