हज यात्रियों के लिए सुगम हजयात्रा के लिये ‘हज सुविधा’ एप लांच
नई हज नीति में 65 से अधिक उम्र के आवेदकों को प्राथमिकता
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने नई हज नीति जारी कर दी है। अब 65 वर्ष और उससे अधिक के हजयात्रियों को आरक्षित श्रेणी के तहत पंजीकृत किया जाएगा। हजयात्रा काफी मुश्किल होती है। इसलिए 65 या उससे अधिक उम्र के हजयात्रियों के लिए एक सहयोगी होना जरूरी है। 65 या उससे अधिक उम्र के किसी भी हजयात्री को अकेले पंजीकृत नहीं किया जाएगा। 2024 की नीति में 70 से अधिक उम्र के हजयात्रियों के लिए एक सहयोगी का होना जरूरी था। 65 या उससे अधिक आयु की एलडब्ल्यूएम हजयात्रियों के मामले मेंए 45.60 वर्ष की एक महिला साथी का साथ होना जरूरी होगा। 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के गैर.एलडब्ल्यूएम हजयात्रियों के लिए एक साथी को अनुमति दी जाती है जो नजदीकी रिश्तेदार होना चाहिए। पतिए पत्नीए भाईए बहनए बेटाए बेटीए दामादए बहूए पोताए पोतीए भतीजेए भतीजी को साथी के रूप में यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। इनके अलावा किसी अन्य रिश्तेदार को साथी के तौर पर जाने की अनुमति नहीं होगी।
नई हज नीति के तहत सरकारी कोटा घटाया गया है। वर्ष 2025 के लिए पेश नई नीति के तहत भारत को आवंटित कुल हज यात्रियों के कोटे में से 70 प्रतिशत कोटा भारतीय हज कमेटी के पास होगा। प्राइवेट हज ग्रुप आर्गनाइजर (एचजीओ) को 30 प्रतिशत कोटा आवंटित किया जाएगा। 2024 में सरकारी कोटा 80 प्रतिशत था जिसे इस बार 10 प्रतिशत कम किया गया हैए वहीं एचजीओ के कोटे को 10 प्रतिशत बढ़ाया गया है। नई हज नीति में 65 से अधिक उम्र के आवेदकों को प्राथमिकता दी गई है इसके बाद बिना मेहरम ’वाली महिलाओं (एलडब्ल्यूएम) और फिर सामान्य श्रेणी को प्राथमिकता दी गई है।
नीति के अनुसार भारतीय हज कमेटी द्वारा निर्दिष्ट तिथि पर साथी की आयु 60 वर्ष से कम होनी चाहिए। यदि पति और पत्नी आरक्षित श्रेणी के तहत यात्रा कर रहे हैए और दोनों की आयु 65 या उससे अधिक हैए तो उन्हें दो साथियों की अनुमति दी जाएगी। इन दोनों का हजयात्रियों से खून का रिश्ता .हीना जरूरी होगा। 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के हजयात्रियों के साथ आने वाले श्मेहरम” और साथियों की आयु भारतीय हज कमेटी द्वारा निर्दिष्ट तिथि पर 18 से 60 वर्ष होनी चाहिए। हालांकिए 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के एलडब्ल्यूएम हजयात्रियों के साथ आने वाले साथी महिला होने चाहिए और उनकी आयु 45 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए। भारतीय हज यात्रियों के लिए सुगम हजयात्रा सुनिश्चित करने के लिए हज.2024 के दौरान हज सुविधा एप लांच किया गया। सभी हजयात्रियों से अपेक्षा की जाती है कि वे इस एप से वाकिफ हों। एप की कार्यक्षमता पर भारतीय हज कमेटी समय.समय पर सलाह जारी करेगी। हज आवेदन पत्र हजयात्रियों द्वारा भारतीय हज कमेटी की वेबसाइट के माध्यम से भरे जा सकते हैं जिसे मोबाइल फोन पर भी एक्सेस किया जा सकता है। सरकार और सऊदी अरब हर साल हज समझौते पर हस्ताक्षर करते हैं जिसमें भारत को आवंटित सीटों की संख्या शामिल होती है। भारत और सऊदी अरब ने पिछले साल एक द्विपक्षीय समझौते प हस्ताक्षर किए थे जिसके तहत नई दिल्ली को 2024 में वार्षिक हज यात्रा के लिए 1ए75ए025 तीर्थयाि का कोटा आवंटित किया गया।

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