नालों की सफाई और जल निकासी व्यवस्था पर खास फोकस, प्रत्येक क्षेत्र के लिए जिम्मेदार अधिकारी तय
देहरादून। मानसून की दस्तक के साथ ही शहर में जलभराव की समस्या से आमजन को राहत दिलाने के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल ने एक बड़ी पहल की है। डीएम ने नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न संवेदनशील और जलभराव की समस्या वाले क्षेत्रों में त्वरित प्रतिक्रिया टीमें (Quick Response Teams) गठित कर दी हैं। इन टीमों को विशेष रूप से चिन्हित क्षेत्रों में जल निकासी की स्थिति पर निगरानी रखने और आवश्यकतानुसार त्वरित कार्रवाई करने का जिम्मा सौंपा गया है।
डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि मानसून अवधि के दौरान जल निकासी में किसी प्रकार का व्यवधान सामने आने पर तुरंत मौके पर पहुंचकर समस्या का समाधान किया जाए, ताकि स्थानीय नागरिकों को जलभराव जैसी गंभीर समस्याओं से दो-चार न होना पड़े।
नगर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पहली टीम
नगर मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह की अध्यक्षता में गठित पहली टीम में नगर निगम के मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खन्ना, जल संस्थान के ईई आशीष भट्ट, पेयजल निगम के ईई जीतमणी बेलवाल और सिंचाई विभाग के ईई ईआर पुरूषोत्तम शामिल हैं। यह टीम प्रिंस चौक, दर्शलनाला चौक, डीएल रोड चौक, सहारनपुर चौक, राजपुर रोड, द्रोण चौक, जाखन, डालनवाला, रेलवे स्टेशन, दून अस्पताल, लखीबाग चौक, हाथी बड़कला, चंद्र कॉलोनी समेत अन्य प्रमुख जलभराव वाले क्षेत्रों में कार्य करेगी।
दूसरी टीम एसडीएम हरिगिरी की अगुवाई में
दूसरी टीम का नेतृत्व एसडीएम हरिगिरी कर रहे हैं, जिसमें जल संस्थान के ईई सतीश नौटियाल, सिंचाई विभाग के ईई दीक्षांत गुप्ता और नगर निगम के ईई रचना पायल शामिल हैं। इस टीम को टचवुड स्कूल, सहस्त्रधारा रोड, रायपुर, जोगीवाला, मयूर विहार, आईटी पार्क, भानियावाला, विष्णुलोक कॉलोनी, हरिद्वार रोड, रिस्पना पुल, विजय दर्शनी, नेहरू कॉलोनी, प्रगति विहार, मियावाला पुल, चंद्रमंडी, शिवपुरी समेत अन्य इलाकों में जलभराव की समस्या के समाधान का कार्यभार सौंपा गया है।
एसडीएम कुमकुम जोशी की अध्यक्षता में तीसरी टीम
तीसरी टीम का नेतृत्व एसडीएम कुमकुम जोशी कर रही हैं, जिसमें जल संस्थान के ईई सतीश नौटियाल, सिंचाई विभाग के ईई दीक्षांत गुप्ता और नगर निगम के मुख्य सफाई निरीक्षक मनीष दरियाल सदस्य के रूप में शामिल हैं। यह टीम जीएमएस रोड, नीलकंठ कॉलोनी, मोथरोवाला, बंजारावाला, आईएसबीटी क्षेत्र, कारगी ग्रांट, प्रेमनगर, आस्था एन्क्लेव, गोकुल कुंज और संजय कॉलोनी जैसे इलाकों में निगरानी और कार्रवाई करेगी।
भौतिक सत्यापन और त्वरित कार्रवाई के निर्देश
जिलाधिकारी ने सभी टीमों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जल निकासी व्यवस्था का नियमित भौतिक सत्यापन करें। नालों की सफाई की वस्तुस्थिति का जायजा लें और चोकिंग की स्थिति में तत्काल सफाई व सुधार कार्य कराना सुनिश्चित करें। डीएम ने कहा कि ‘जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए, हर स्तर पर त्वरित समाधान हमारी प्राथमिकता है।’
डीएम कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन टीमों की नियमित रिपोर्ट सीधे जिलाधिकारी को भेजी जाएगी, ताकि हर क्षेत्र की स्थिति पर निगरानी रखी जा सके और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त संसाधन भी मुहैया कराए जा सकें।
जनहित में प्रशासन की अपील
प्रशासन ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे नालों में कूड़ा-कचरा न डालें और जलभराव की स्थिति बनने पर तुरंत नगर निगम या संबंधित त्वरित प्रतिक्रिया टीम को सूचित करें।

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